SAARC: OPPORTUNITIES AND CHALLENGES
सार्कः अवसर एवं चुनौतियाँ
DOI:
https://doi.org/10.29121/shodhkosh.v3.i2.2022.6364Keywords:
Saarc, Asean, Bilateral Trade, Power Struggle, South Asia, Bimstec Sub-Regional Initiative, Regional Organization, Regional IntegrationAbstract [English]
South Asian Association for Regional Cooperation is an organization that promotes regional cooperation and economic integration among South Asian countries. SAARC is an organization that brings together eight countries on one platform. Countries like Afghanistan, Bangladesh, Bhutan, India, Maldives, Nepal, Pakistan and Sri Lanka are its members. In the changing world scenario, the political and economic ambitions of the superpowers have systematically ended the immense possibilities of the rise of the global south. The proof of this is South Asia and the regional organization of these countries, SAARC. The present research paper throws light on its conceptual structure, opportunities, challenges and future prospects of this organization. Apart from this, it also throws light on the shared cultural and customs that present it as a well-organized southern unit despite the distinct national identity of these countries.
Abstract [Hindi]
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन एक ऐसा संगठन है जो दक्षिण एशियाई देशों के मध्य क्षेत्रीय सहयोग और आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देता है। सार्क एक ऐसा संगठन हौ जो आठ देशों को एक मंच पर लाता है। अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका जैसे राष्ट्र सदस्य हैं। बदलते हुए विश्व परिदृष्य में महाशक्तियों की राजनीतिक और आर्थिक महत्वाकांक्षाओं ने वैश्विक दक्षिण के उत्थान की अपार संभावनाओं को सुनियोजित तरीके से समाप्त कर दिया है। इसका प्रमाण दक्षिण एशिया तथा इन देशों का क्षेत्रीय संगठन सार्क है। प्रस्तुत शोध पत्र इसकी संकल्पनात्मक संरचना, इस संगठन के अवसरों, चुनौतियों तथा भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डालता है। इसके अतिरिक्त उन साझा सांस्कृतिक और रीति-रिवाजों पर भी प्रकाश डालता है जो इन देशों की विशिष्ट राष्ट्रीय पहचान के बावजूद इसे एक सुसंगठित दक्षिणी इकाई के रूप में प्रस्तुत करते हैं।
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