ARTISTIC DISCUSSION OF THE SUBJECT MATTER OF THE KATHOTIA ROCK PAINTINGS
कठोतिया के शैलचित्रों की विषय वस्तु का कलात्मक विवेचन
DOI:
https://doi.org/10.29121/granthaalayah.v5.i3.2017.1778Abstract [English]
Adi Man first embodied his thoughts and experiences through art. Through illustrating images of inner feelings and imaginations, he pioneered an innovative tradition that probably lasts forever. The sculptures drawn by human beings not only have knowledge of the true nature of the Tadugin culture, along with it they also show the creativity, creativity and artistic aptitude of the human.
आदि मानव ने अपने विचारों एवं अनुभूतियों को सर्वप्रथम कला के द्वारा मूर्त रूप प्रदान किया। अंतस् के भावों एवं कल्पनाओं की चित्रों के माध्यम से व्यंजना कर उसने संभवतः चिर्काल तक अक्षुण्ण रहने वाली अभिनव परम्परा का सूत्रपात किया। पुरा मानव द्वारा आरेखित शैलचित्रों द्वारा तद्युगीन संस्कृति के यथार्थ स्वरूप का ज्ञान तो होता ही है, इसके साथ ही इनसे आदि मानव की सृजनात्मकता, रचनाशीलता व कलात्मक अभिवृत्ति का भी द्योतन होता है।
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मानचित्र आभार - शंकर तिवारी
चित्र आभार- पुष्पा तिवारी एवं ओम प्रकाष मिश्रा (राॅक आर्ट आॅॅफ द एस बेल्ट इन सेन्ट्रल इन्डिया) , नारायण व्यास, एरविन न्यूमाॅयर (लाइन्स आॅन स्टोन), के. के. चक्रवर्ती एवं बेडनारिक
(राॅक आर्ट एंड इट्स ग्लोबल कान्टैक्स्ट)
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