AN ANALYTICAL STUDY OF THE ROLE OF WOMEN OF HARYANA IN THE INDIAN FREEDOM STRUGGLE

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा की महिलाओं की भूमिका का एक विश्लेष्णात्मक अध्ययन

Authors

  • Anju Ph.D. Research Scholar, Department of Political Science, Maharishi Dayanand University, Rohtak, Haryana.
  • Mamta Devi Assistant Professor, Department of Political Science, Maharishi Dayanand University, Rohtak, Haryana.

DOI:

https://doi.org/10.29121/shodhkosh.v4.i2.2023.6277

Keywords:

Haryana, National Movement, Women, Participation, Role

Abstract [English]

Against British colonialism, Indians across India united and challenged the world's most powerful imperialist power by forgetting the differences of language, religion, caste, region, rich-poor and gender. After a long and tough struggle and sacrifices, we achieved independence. The people of Haryana also participated enthusiastically in this long struggle. In which women undoubtedly suffered more. Because their role in the national freedom struggle was multifaceted. Extensive research has been done on various aspects of the national movement and research work is going on on many incidents. But still understanding the role of Haryana in the national movement, especially the role of women of Haryana region, is an untouched area. The purpose of this research article is to fill this research gap and to do a systematic historical analysis of the participation of women of Haryana in the national freedom movement. The research material for this research article has been taken from various books related to history, freedom struggle, women's movements and women's organizations, articles published in various journals and magazines and research articles etc. from secondary sources.

Abstract [Hindi]

ब्रिटिश उपनिवेशवाद के खिलाफ सम्पूर्ण भारत में भाषा, धर्म, जाति, क्षेत्र, अमीर-गरीब और लिंग भेद भुलाकर भारतीयों ने एकजुट होकर दुनियां की सबसे शक्तिशाली साम्राज्यवादी शक्ति को चुनौती दी। कठोर लम्बे संघर्ष और बलिदानों के बाद, हमें स्वतंत्रता की प्राप्ति हुई । इस लम्बें संघर्ष में हरियाणा प्रदेश के लोगों ने भी बढ़- चढ़कर भाग लिया। जिसमें निसंदेह महिलओं ने अधिक कष्ट सहन किये। क्योंकि राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका बहुमुखी थी । राष्ट्रीय आन्दोलन के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक ढंग से शोधकार्य हुआ है तथा कई घटनाओं पर शोधकार्य जारी है । लेकिन अभी भी राष्ट्रिय आन्दोलन में हरियाणा की भूमिका विशेषकर हरियाणा क्षेत्र की महिलाओं की भूमिका को समझना एक अछूता क्षेत्र है। इस शोध आलेख का उद्देश्य इसी शोध अन्तराल को पूरा करना है तथा राष्ट्रीय स्वतंत्रता आन्दोलन में हरियाणा की महिलाओं की भागीदारी का व्यवस्थित ढंग से एतिहासिक विश्लेषण करना है। इस शोध आलेख के लिए शोध सामग्री इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम, महिला आन्दोलनों और महिला संगठनों से संबंधित विभिन्न पुस्तकों, विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में छपे आलेखों तथा शोध आलेखों आदि द्वितीय स्त्रोतों से ली गई है।

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Published

2023-12-31

How to Cite

Anju, & Devi, M. (2023). AN ANALYTICAL STUDY OF THE ROLE OF WOMEN OF HARYANA IN THE INDIAN FREEDOM STRUGGLE. ShodhKosh: Journal of Visual and Performing Arts, 4(2), 5886–. https://doi.org/10.29121/shodhkosh.v4.i2.2023.6277