PROBLEMS RELATED TO INTELLECTUAL PROPERTY AND CHILDREN'S EDUCATION
बौद्धिक सम्पदा और बच्चों की शिक्षा से सम्बन्धित समस्याए
DOI:
https://doi.org/10.29121/granthaalayah.v6.i9.2018.1238Keywords:
बौद्धिक सम्पदा, पारिस्थिकी, शैैक्षणिक अरुचि, धनाभाव, बालश्रम, हस्त-कौशल, लैंगिक दुव्र्यवहार, भेदभाव, निर्धनता उन्मूलन, शारीरिक प्रताड़नाAbstract [English]
Education is the cornerstone of human life. Only through education can a person be able to achieve a specific personality. Sometimes illiterate person is also effective; However, due to lack of education, he is mainly attached to his environment, due to which he is often unable to give wide range of his specialties so that he can benefit the entire Indian and foreign citizens. The current global scenario indicates that a country whose citizens are deprived of education cannot sustain on the global plane. In the Indian perspective, many problems related to children's education are becoming visible, due to which every section of Indian society is not developing equally. Even after many government schemes, the problems related to children's education remain the same and Indian intellectual property is declining.
शिक्षा मानव जीवन का श्रंृगार है । शिक्षा के माध्यम से ही व्यक्ति एक विशिष्ट व्यक्तित्व को प्राप्त करने में सक्षम हो सकता है । अनेक बार अशिक्षित व्यक्ति भी प्रभावशील होता है; परन्तु, शिक्षा के अभाव में वह मुख्य रूप से अपने परिवेश से ही अधिकतम जुड़ा हुआ रहता है जिस के कारण वह अपनी उन विशिष्टताओं को व्यापक रूप प्रदान करने में प्रायः अक्षम रहता है जिन से कि वह सम्पूर्ण भारतीय और विदेशी नागरिकों को लाभ पहुँचा सके । वर्तमान वैश्विक परिदृश्य यह संकेत करता है कि वह देश वैश्विक धरातल पर टिका नहीं रह सकता जिस के नागरिक शिक्षा से वंचित हैं । भारतीय परिप्रेक्ष्य में बच्चों की शिक्षा से सम्बन्धित अनेक समस्याएँ दृष्टिगोचर हो रही हैं, जिस के कारण भारतीय समाज का प्रत्येक वर्ग समान रूप से विकसित नहीं हो रहा है । अनेक शासकीय योजनाओं के पश्चात भी बच्चों की शिक्षा से सम्बन्धित समस्याएँ पूर्ववत ही हैं और भारतीय बौद्धिक सम्पदा में कमी हो रही है ।
Downloads
References
श्रीमति मीना सक्सेना ने अपने “नगरीय परिवेश में कामगार बच्चों की समस्याओं का समाजशास्त्रीय अध्ययन”, समाजशास्त्र विभाग, इस्माईल नेशनल महिला स्नातकोत्तर काॅलेज, चै० चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ, उ०प्र० (शोध-प्रबन्ध की रूपरेखा)
डा० मंसूरी मंजूर अहमद, ”भारतीय लोकतन्त्र में सुशासन हेतु भ्रष्टाचार निवारण अपरिहार्य - एक विधिक अध्ययन“, प्दजमतदंजपवदंस श्रवनतंस व ि।कअंदबमक त्मेमंतबी ंक क्मअमसवचउमदजए प्ैैछरू 2455.4030ए टवसनउम 3ए प्ेेनम 1ए च्ंहम वण् 402.404ए श्रंदनंतल 2018
खान, इरशाद; “पहाड़ी कोरवा जनजाति में शिक्षा एवं शिक्षण की समस्याएँ (छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सन्दर्भ में)”, शोध संचयन, प्ैैछरू 2249.9180 ;व्दसपदमद्ध प्ैैछरू 0975.1254 ;च्तपदजद्धए भाग- 8ए अंक-1ए 15 जनवरी 2017
बस्सेल जेनिफ़र, “भ्रष्टाचार, प्रौद्योगिकी और सुधार: राज्यों का मिला-जुला दृष्टिकोण”, रेल मन्त्रालय, भारत सरकार, ॰७ मई २॰१२ ¹हिन्दी अनुवाद - विजय कुमार मलहोत्रा, पूर्व निदेशक (राजभाषा)ह्
“महिला पुलिस वालिण्टियरःएक पुस्तिका”, महिला एवं बाल विकास मन्त्रालय और ग्रह मन्त्रालय, भारत सरकार, २॰१६
राय, मनोज; “भारत में भ्रष्टाचार और अभिशासन - वर्तमान स्थिति और आगे की प्रक्रिया“, वालण्टरी एक्शन नेटवर्क इण्डिया, अक्टूबर २॰१४ (हिन्दी अनुवाद डा० यश चैहान)
“पढ़ने-लिखने की उम्र में बाल मजदूरी”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, जुलाई १॰, २॰१८, पृष्ठ संख्या - ॰७
“पोषाहार छूने पर छात्रा को स्कूल से निकाला”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, जुलाई १॰, २॰१८, पृष्ठ संख्या - १२
“दहशत के साये में पढ़ रहे बच्चे”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, अगस्त ॰९, २॰१७, पृष्ठ संख्या - ॰७
“अभी नहीं बटीं ढाई लाख किताबें”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, अगस्त ॰४, २॰१७, पृष्ठ संख्या - ॰८
“बच्चे को पीटने पर स्कूल को नोटिस”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, अगस्त ॰३, २॰१७, पृष्ठ संख्या - ॰६
“सात हजार विद्यालयों की नहीं बदल सकेगी तस्वीर”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, अगस्त ॰२, २॰१७, पृष्ठ संख्या - ॰९
“हेलो ! आपके स्कूल में कितने बच्चे और अध्यापक हैं ?”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, ॰३, २॰१७, पृष्ठ संख्या - ॰६
“फैसले से नाराज शिक्षामित्रों ने भरी हुंकार”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, जुलाई २७, २॰१७, पृष्ठ संख्या - ॰७
“नौनिहालों के अधिकार को भटक रहे अभिभावक”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, जुलाई १६, २॰१७, पृष्ठ संख्या - ॰८
“दस साल से बिना अध्यापक के पढ़ाई”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, जुलाई ॰३, २॰१७, पृष्ठ संख्या - ॰७
“बेटियों की तालीम और न्याय के लिये लड़ रहीं हैं ’रेशमा‘”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, जून १८, २॰१७, पृष्ठ संख्या - १२
“सब्जी में आलू कम-पानी ज्यादा, रोटी भी मिली कच्ची”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, जुलाई ॰४, २॰१७, पृष्ठ संख्या - ॰७
“अब आधार कार्ड रोकेगा मिड-डे मील का फर्जीवाड़ा”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, जुलाई ॰४, २॰१७, पृष्ठ संख्या - ॰७
“मदरसा छात्रों के खातों में पहुँचेगा वजीफा”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, जून २२, २॰१७, पृष्ठ संख्या - ॰९
“शिक्षकों पर भी होगा कड़ा एक्शन”, दैनिक जागरण, मुरादाबाद सिटी संस्करण, जून २२, २॰१७, पृष्ठ संख्या - ॰९
“टयूशन पढ़ाते पकड़ा गया सरकारी शिक्षक, क्लास में मिले ५॰ बच्चे”, व्दसपदम प्दकवतमए ।नहनेज 01ए 2015ए 09रू50रू00 च्ड ;प्ैज्द्ध
“धार्मिक भेदभाव”, सरिता, सम्पादकीय, जून २३, २॰१५
’विकिपीडिया
Downloads
Published
How to Cite
Issue
Section
License
With the licence CC-BY, authors retain the copyright, allowing anyone to download, reuse, re-print, modify, distribute, and/or copy their contribution. The work must be properly attributed to its author.
It is not necessary to ask for further permission from the author or journal board.
This journal provides immediate open access to its content on the principle that making research freely available to the public supports a greater global exchange of knowledge.