CHANGES IN LAND USE / LAND COVER DUE TO POPULATION PRESSURE (WITH REFERENCE TO MADHYA PRADESH)

जनसंख्या दबाव जनित भूमि उपयोग/भूिम आवरण में परिवर्तन (मध्यप्रदेश के संदर्भ में)

Authors

  • Dr. Rekha Gupta

DOI:

https://doi.org/10.29121/granthaalayah.v3.i9SE.2015.3250

Keywords:

मानव, प्रकृति, जनसंख्या

Abstract [English]

There is an interdependent relationship between human and natural resources. By using his knowledge and skills on the biological and abiotic wealth derived from human nature, he converts them into valuable services and goods and gives direction and speed to economic development. Without human, this wealth of nature has no value. Human is both a means and a means of development. Pro. PL Rawat has said that man is both the beginning and the end of economic development, but when man starts exploiting or exploiting these natural wealth in order to fulfill his growing needs, the balance between man and nature starts to deteriorate and h ¨ Environmental problems also lead to birth. Today almost the entire world is facing a deteriorating balance of human and nature due to rapid growth. Our country and state are also not untouched by this problem. This imbalance can also be explained by population pressure in the state and changes in the nature of land use.


मानव और प्राकृतिक संसाधनों में अन्योन्य आश्रित संबंध है। मानव प्रकृति से प्राप्त जैविक-अजैविक सम्पदा पर ही अपने ज्ञान एवं कौशल का उपयोग करके उन्हें बहुमूल्य सेवा एवं वस्तुओं में परिवर्तित करता है एवं आर्थिक विकास को दिशा एवं गति प्रदान करता है। मानव के बिना प्रकृति की इस सम्पदा का कोई मूल्य नहीं है। मानव ही विकास का साधन एवं साध्य दोनों है। प्रो. पी.एल. रावत ने कहा है कि, मनुष्य आर्थिक विकास का आदि एवं अंत दोनों है किन्तु जब मानव अपनी बढ़ती हुई आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए इन प्राकृतिक संपद¨ का अत्यधिक शोषण या दोहन करने लगता है तो मानव व प्रकृति के बीच संतुलन बिगड़ने लगता है और ज¨ पर्यावरणीय समस्याओं के जन्म का कारण भी बनता है। आज लगभग संपूर्ण विश्व तीव्र वृद्धि के कारण मानव एवं प्रकृति के बिगड़ते संतुलन का सामना कर रहा है। हमारा देश एवं राज्य भी इस समस्या से अछूता नहीं है। इस असंतुलन को राज्य में जनसंख्या दबाव एवं भूमि उपयोग के स्वरूप में आए परिवर्तन के द्वारा भी स्पष्ट किया जा सकता हैं।

Downloads

Download data is not yet available.

References

।ललंतए छण् च्ण् - त्ण् ैण् क्नइम ;1968द्ध ैवउम ।ेचमबजे व ित्नतंस च्वचनसंजपवद व िडंकीलं च्तंकमेीए ळमवहतंचीपबंस व्नजसववाए टवसण् 5ए च 53ण्

ठवेमतनचए म्ण् ;1965द्ध ज्ीम ब्वदकपजपवदे व ि।हतपबनसजनतंस ळतवूजीण् स्वदकवदरू ।ससमद - न्दूपदण्

ठतववापिमसकए भ्ण्ब्ण् ;1972द्ध पदजमदेपपिबंजपवद ंदक क्पे.पदजमदेपपिबंजपवद पद च्ंबपपिब ।हतपबनसजनतमए च्ंबपपिब टपमूचवपदजए टवसण् 13ए चचण् 30.48ण्

ब्संताए ब्ण् ;1967द्ध च्वचनसंजपवद ळतवूजी ंदक स्ंदक नेमण् स्वदकवदरू डंबउपससंदण्

ळवेंसए ळण्ैण् ;1970द्ध क्मउवहतंचीपब क्लदंउपबे पद च्नदरंइ ंदक प्दबतमंेपदह च्तमेेनतम वद पजे त्मेवनतबमेए चचण् 442.466 पर्द मसपदेापए ज्ञवेपदेाप ंदक च्तवजीमतवए मकेरू ळमवहतंचील ंदक ं ब्तवूकपदह ॅवतसकण् स्वदकवदरू वगवितक न्दपअमतेपजल च्तमेेण्

ळतपहहए क्ण् ठण् ;1967द्ध च्वचनसंजपवद चतमेेनतम ंदक ।हतपबनसजनतंस ब्ींदहमए चचण् 135.167 पद ब्ीतपेजवचीमत ठवंतक मज ंसए मकेए च्तवहतमेे पद ळमवहतंचीलण् टवसण् 8ण् स्वदकवदरू म्कूंतक ।तदवसकण्

डमीजंए ठण्ब्ण् ;1973द्ध ैचंजपंस कपेजतपइनजपवद व िचवचनसंजपवद पद त्ंरंेजींदए छंजपवदंस ळमवहतंचीपबंस श्रवनतदंस व ि प्दकपंए टवसण् 19ए चंतजे 3.4ए चचण् 149.157ण्

डपेतंए टण् ब्ण् - ैण्ज्ञण् ैींतउं1;983द्ध च्वचनसंजपवद ळतवूजी ंदक ।हतपबनसजनतंस ब्ींदहमे पद डंकीलं च्तंकमेीरू ैचंजपंस ।दंसलेपे व िजीमपत ब्वततमसंजमेए छंजपवदंस ळमवहतंचीमतए टवसण् ग्टप्प्प्एछवण् 2ए चचण् 141.152ण्

छपजलंदंदक ;1966द्ध क्पेजतपइनजपवद ंदक ेचंजपंस ंततंदहमउमदज व ितनतंस चवचनसंजपवद पद म्ंेज त्ंरंेजींदए प्दकपंए

।ददण् ।ेेवण् ।उण् ळमवहतेण् टवसण् 56ए च 205ण्

ैींतउंए ैण्ज्ञण् ;1980द्ध ।हतपबनसजनतंस च्तवकनबजपअपजल ंदक क्मदेपजल व ित्नतंस च्वचनसंजपवद पद डंकीलं च्तंकमेी . । ब्वततमसंजपवदए ळमवहतंचीपबंस त्मअपमू व िप्दकपंए टवसण् 42ए छवण् 1ए चचण् 21.30ण्

ैींतउंए ैण्ज्ञण् ;1988द्ध ।कवचजपवद व िंहतपबनसजनतंस कमअमसवचउमदज उमंेनतमे पद तमसंजपवद जव ैप्रम ंदक जमदंदबल व िवचमतंजपवदंस ीवसकपदहे पद डंकीलं च्तंकमेीए श्रवनतदंस व िप्दकपंद त्महपवदंस ैबपमदबमए टवसण् 20ए छवण् 2ए चचण् 27.39ण्

ैींतउंए ैण्ज्ञण् ;1993द्ध त्मेवनतबम न्जपसप्रंजपवद ंदक क्मअमसवचउमदज. च्मतेचमबजपअम ैजनकल व िडंकीलं च्तंकमेीण् छमू क्मसीपरू छवतजीमतद ठववा ब्मदजतमण्

ैींतउंए ैण्ज्ञण् ;1999द्ध ैवबपंस ैजतनबजनतम ंदक ंकवचजपवद व ि।हतपबनसजनतंस प्ददवअंजपवदे पद डंकीलं च्तंकमेीए ळमवहतंचीपबंस त्मअपमू व िप्दकपंए टवसण् 61ए छवण् 2ए चचण् 16.164ण्

ैींतउंए ैण्ज्ञण् ;2000द्ध ैचंजपंस थ्तंउमूवता ंदक म्बवदवउपब क्मअमसवचउमदजण् च्मतेचमबजपअम ैजनकल व िडंकीलं च्तंकमेीण् छमू क्मसीपरू छवतजीमतद ठववा ब्मदजतमण्

ैींतउंए ैण्ज्ञण् ;2003द्ध ।हतपबनसजनतंस प्ददवअंजपवदे ंदक जीमपत पउचंबज वद ।हतपबनसजनतंस च्तवकनबजपअपजल पद डंकीलं च्तंकमेीए ज्ीम क्मबबंद ळमवहतंचीमतए टवसण् 41 छवण् 2ए चच 49.64ण्

ैींतउंए ैण्ज्ञण् ;2007द्ध ैजंजने व िथ्ववक ैमबनतपजल पद डंकीलं च्तंकमेीण् ज्ीम ळमवहतंचीमत ;।सपहंतीद्धए टवसण् 54ए छवण् 1ए चचण् 81.93ण्

पउउमतउंददए म्ण्ॅण् ;1951ए 1959द्ध ॅवतसक त्मेवनतबमे ंदक प्दकनेजतपमेण् छमू ल्वतारू भ्ंतचमत - त्वूण्

ण्श्रीकमल शर्मा (2013) मध्य प्रदेश का श्ूग¨ल, मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रथ अकादमी, भ¨पाल

Downloads

Published

2015-09-30

How to Cite

Gupta, R. (2015). CHANGES IN LAND USE / LAND COVER DUE TO POPULATION PRESSURE (WITH REFERENCE TO MADHYA PRADESH): जनसंख्या दबाव जनित भूमि उपयोग/भूिम आवरण में परिवर्तन (मध्यप्रदेश के संदर्भ में). International Journal of Research -GRANTHAALAYAH, 3(9SE), 1–6. https://doi.org/10.29121/granthaalayah.v3.i9SE.2015.3250