INFLUENCE OF SHAIVISM ON THE MAURYAN EMPIRE

शैव धर्म का मौर्य साम्राज्य पर प्रभाव

Authors

  • Manoj Kumar Associate Professor, Department of History, Government College Bahadurgarh (Evening) (Jhajjar)

DOI:

https://doi.org/10.29121/shodhkosh.v5.i4.2024.5820

Keywords:

Shaivism, Mauryan Empire, Lord Shiva, Emperor Ashoka, Ancient India, Religion, Culture, Art, Architecture.

Abstract [English]

Shaivism, one of the major branches of Hinduism, considers Lord Shiva as the supreme God. This paper explores the historical and cultural significance of Shaivism during the Mauryan Empire (c. 322–185 BCE), an era of political unity and cultural progress in ancient India. The Mauryan emperors, especially Emperor Ashoka, played a key role in religious tolerance and the consolidation of various philosophical traditions, including Shaivism. Through archaeological evidence, literary sources, and historical accounts, this research highlights the influence of Shaivism on art, architecture, and social values in the Mauryan Empire. The findings of this research underscore the enduring legacy of Shaivism in shaping the religious landscape of India.

Abstract [Hindi]

हिंदू धर्म की प्रमुख शाखाओं में से एक शैव धर्म भगवान शिव को सर्वोच्च ईश्वर मानता है। यह शोध पत्र मौर्य साम्राज्य (लगभग 322–185 ई.पू.) के दौरान शैव धर्म के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व का अन्वेषण करता है, जो प्राचीन भारत में राजनीतिक एकता और सांस्कृतिक प्रगति का युग था। मौर्य सम्राटों, विशेषकर सम्राट अशोक, ने धार्मिक सहिष्णुता और विभिन्न दार्शनिक परंपराओं के समेकन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें शैव धर्म का भी विशेष स्थान था। पुरातात्विक प्रमाणों, साहित्यिक स्रोतों, और ऐतिहासिक विवरणों के माध्यम से यह शोध मौर्य साम्राज्य में कला, वास्तुकला, और सामाजिक मूल्यों पर शैव धर्म के प्रभाव को उजागर करता है। इस शोध के निष्कर्ष भारत के धार्मिक परिदृश्य को आकार देने में शैव धर्म की स्थायी विरासत को रेखांकित करते हैं।

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Published

2024-04-30

How to Cite

Manoj Kumar. (2024). INFLUENCE OF SHAIVISM ON THE MAURYAN EMPIRE. ShodhKosh: Journal of Visual and Performing Arts, 5(4), 2011–2018. https://doi.org/10.29121/shodhkosh.v5.i4.2024.5820