THE TRAGEDY OF DISPLACEMENT IN KASHMIR-CENTRIC HINDI NOVELS (WITH SPECIAL REFERENCE TO SHIGAF)

कश्मीर केंद्रित हिंदी उपन्यासों में विस्थापन की त्रासदी (शिगाफ़ के विशेष संदर्भ में)

Authors

  • Prabhakar Kumar Research Scholar PhD Hindi
  • Bharat Bhushan Research Director and Head Department of Hindi and Other Indian Languages ​​Central University of Jammu, Samba

DOI:

https://doi.org/10.29121/shodhkosh.v5.i1.2024.4167

Abstract [English]

Kashmir, which is called the 'heaven on earth', is called the 'heaven of India' not only because of its natural beauty but also because different castes, religions and communities live together in love and harmony. Since the history of Kashmir has been a 'history of repetitions', political instability and upheaval can be seen here from time to time. At different times in the history of Kashmir, rulers of different religions and communities ruled. Among them, many prominent people were followers of Hinduism, Buddhism and Islam.

Abstract [Hindi]

कश्मीर जिसे ष्पृथ्वी का स्वर्गष् कहा जाता हैए वह केवल प्रकृति.सौन्दर्य के कारण ही नहीं अपितु विभिन्न जातिए धर्मए समुदायों के परस्पर प्रेम और सौहार्द के साथ रहने के कारण कश्मीर को ष्भारत का स्वर्गष् कहा जाता है। चूंकि कश्मीर का इतिहास ष्पुनरावृत्तियों का इतिहासष् रहा है। इसीलिए समय.समय पर यहाँ राजनीतिक अस्थिरता और उथल.पुथल भी देखा जा सकता है। कश्मीर कर इतिहास में अलग अलग समय पर अलग अलग धर्म एवं समुदाय के शासकों ने शासन किया। जिनमें हिन्दूए बौद्ध और इस्लाम धर्म को मानने वाले कई प्रमुख थें।

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शिगाफ़: मनीषा कुलश्रेष्ठ; राजकमल प्रकाशन, दिल्ली; प्रथम संस्करण: 2012 कवर पेज से

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Published

2024-06-30

How to Cite

Kumar, P., & Bhushan, B. (2024). THE TRAGEDY OF DISPLACEMENT IN KASHMIR-CENTRIC HINDI NOVELS (WITH SPECIAL REFERENCE TO SHIGAF). ShodhKosh: Journal of Visual and Performing Arts, 5(1), 1255–1259. https://doi.org/10.29121/shodhkosh.v5.i1.2024.4167